चंद्रमा पर भेजे गए भारत के पहले अंतरिक्ष यान चंद्रयान-1 का नियंत्रण कक्ष से संपर्क टूट गया है और अधिकारियों का कहना है कि चंद्रयान मिशन समाप्त हो गया है.
चंद्रयान के प्रोजेक्ट डायरेक्टर एम अन्नादुरै ने बीबीसी से बातचीत में कहा कि मिशन अब समाप्त हो गया है.
उनका कहना था, '' आज सुबह डेढ़ बजे चंद्रयान के साथ हमारा संपर्क टूट गया था. इसके बाद हमने कई बार कोशिश की लेकिन संपर्क स्थापित नहीं हो पाया.''
अन्नादुरै का कहना था कि मिशन के खत्म होने से वैज्ञानिक निराश नहीं है.
'दुखी नहीं'
उनका कहना था, ''चंद्रयान को जो काम करना था उसने पूरा कर दिया था. क़रीब 95 प्रतिशत आँकड़े चंद्रयान भेज चुका है. जो लक्ष्य चंद्रयान को लेकर थे वो लगभग पूरे हो गए हैं.''
उन्होंने बताया कि चंद्रयान को चंद्रमा के कक्ष में जाना था, कुछ मशीनरी वहाँ स्थापित करनी थी, भारत का झंडा लगाना था और आँकड़े भेजने थे और चंद्रयान ने इसमें से सारे काम लगभग पूरे कर लिए हैं.
यही कारण है कि वैज्ञानिक संपर्क टूट जाने से बहुत दुखी नहीं हैं.
बीबीसी से बातचीत में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रवक्ता एस सतीश का कहना था, ''चंद्रयान से हमारा संपर्क बिल्कुल टूट चुका है. जो आँकड़े चंद्रयान को भेजने थे वो चंद्रयान भेज चुका है. चंद्रयान ने अपना 95 प्रतिशत काम कर दिया था.''
चंद्रयान 22 अक्तूबर 2008 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से अंतरिक्ष में भेजा गया था.
अभी तक चंद्रयान ने चंद्रमा की कक्षा में 312 दिन बिताए हैं और बड़ी मात्रा में आँकड़े भी भेजे हैं. पिछले महीने इसरो के चेयरमैन जी माधवन नायर ने चंद्रयान अभियान पर संतोष प्रकट किया था.
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